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पर प्रविष्ट किया लेखक जस्टिन काउटो

बुरी परिस्थिति से बाहर निकलना आसान नहीं है: अपने पहले स्टार्टअप पर क्रेडिट कार्ड से पैसे लगाना

क्रेडिट कार्ड से हवा करता हुआ डूडल

बचपन से ही मुझे पता था कि मैं एक उद्यमी बनना चाहता हूँ, और मुझे पूरा विश्वास था कि कभी न कभी मेरा अपना ख़ुद का व्यवसाय होगा। बहुत सारे उद्यमियों की तरह, मेरा पहला व्यवसाय भी बगीचे की घास काटना था। मैंने तीसरी कक्षा में यह करना शुरू किया था और मेरे बहुत सारे ऐसे ग्राहक थे जो अपने बगीचे के आकार के अनुसार, इसके लिए मुझे हफ़्ते के $5 से $10 देते थे। यह बेहतरीन था।

1997 में, मैं अपने कॉलेज की फीस भरने के लिए टो ट्रक ड्राइवर के रूप में काम करता था। टो ट्रक चलाना बहुत रोमांचक काम था जहाँ मुझे बहुत सारे लोगों को भयानक परिस्थितियों से बाहर निकालने का मौका मिलता था। मैं रात में काम करता था ताकि सुबह के समय स्कूल जा सकूँ। मैं बहुत ज़्यादा नहीं सो पाता था, लेकिन इससे मिलने वाले पैसे, इसके समय, और रोमांच की वजह से मुझे यह करने में मज़ा आता था। इसके बाद, मुझे एक तेज़ी से आगे बढ़ते हुए इंटरनेट सेवा प्रदाता के लिए काम करने का मौका मिला।

अपनी टो ट्रक ड्राइवर की नौकरी छोड़कर इंटरनेट सेवा प्रदाता की नौकरी करने के लिए जाना मेरे लिए आसान फ़ैसला नहीं था। फिर भी, मुझे उम्मीद थी कि इससे मुझे व्यवसाय के बारे में सीखने के और व्यक्तिगत तौर पर विकसित होने के बहुत सारे अवसर मिलेंगे। सफ़ेदपोश कर्मचारी के रूप में यह मेरा पहला पायदान था और मैं पहली बार किसी ऑफिस में काम करने वाला था। उस समय, मैं नौसिखिया और शौकिया कंप्यूटर प्रयोगकर्ता था, और मुझे बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था कि उन्होंने मुझे नौकरी पर रखने का फ़ैसला क्यों किया है। मैं बहुत डरा हुआ था। अपने डर के अलावा, प्रति घंटे $7 की नौकरी लेने की वजह से मेरे भुगतान में 150 प्रतिशत से ज़्यादा की कमी आने वाली थी, जो मेरे लिए बहुत बड़ी चिंता की बात थी क्योंकि मैं अपनी टो ट्रक ड्राइवर की नौकरी से ही बड़ी मुश्किल से अपने बिल और कॉलेज के पैसे भर पा रहा था, जिसके लिए मुझे अच्छे-ख़ासे पैसे मिलते थे। इस नयी नौकरी को स्वीकार करने के लिए मुझे स्टूडेंट लोन लेने की ज़रुरत थी, जिसकी वजह से मेरे ऊपर आर्थिक बोझ पड़ने वाला था। मेरे पास कोई सेविंग अकाउंट नहीं था, और माता-पिता या अमीर आंटियों के रूप में मेरी कोई बैकअप योजना भी नहीं थी। इसे संभव बनाना मेरे ऊपर था। बहुत सोच-विचार करने के बाद, मैंने नौकरी ले ली। मैंने कभी नहीं सोचा था कि इस नौकरी का मुझपर इतना बड़ा असर होगा, और एक तरीके से यह मेरी ज़िन्दगी की दिशा बदल देगी, या मेरे उद्यमी बनने की शुरुआत करेगी। हम यह कह सकते हैं कि वेतन में कटौती मेरे लिए फ़ायदेमंद थी।

अपनी नयी कंपनी में, मेरी रैंक तेज़ी से बढ़ती गयी और मुझे बहुत सारा अनुभव मिला। मैंने सहयोग में काम करने के साथ शुरुआत की थी, इसके बाद मैं लीड बना, फिर मैनेजर, इसके बाद अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए, मैं आईटी में गया और ऐसी कई पहलों की शुरुआत की जिससे कंपनी पर अच्छा असर पड़ा। उस समय मेरी दिन-दूनी रात-चौगुनी तरक्की हुई। सहयोग में काम करते समय, फ़ोन कॉल करते हुए और ग्राहकों का कंप्यूटर रिबूट होने का इंतज़ार करते हुए मेरे पास सीखने के लिए बहुत समय होता था। उस समय के दौरान मैं तकनीक, प्रोग्रामिंग, और वेब सॉफ्टवेयर बनाने के बारे में पढ़ता था। मैं उस कंपनी पर प्रभाव डालना चाहता था, इसलिए मैंने हमारे प्रयासों को कारगर बनाने के लिए टूल्स बनाना शुरू कर दिया। यह बहुत बड़ी बात थी। मेरे बनाये गए टूल्स की वजह से कुशलता में होने वाली बढ़ोतरी की वजह से व्यवसाय में तेज़ी से सुधार हो रहा था। मुझे यह बहुत अच्छा लगा। आज मेरे लिखे गए एक टूल की वजह से कल किसी की नौकरी बेहतर होने में मदद होगी, यह जानकर मैं बहुत ख़ुश था। संयोग से, अपने स्कूल की फीस भरने की कोशिश करते हुए, मुझे सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट से प्यार हो गया। यह बहुत फ़ायदेमंद था, और यह कुछ ऐसा भी नहीं था जिसके बारे में मैंने सोचा हो कि मुझे यह करना अच्छा लगेगा।

इसके बाद, ख़बर मिली कि उस कंपनी को एक ज़्यादा बड़ा इंटरनेट प्रदाता ख़रीदने वाला है, और वो हमारा स्थानीय ऑफिस बंद करने जा रहे थे। लेकिन अच्छी बात यह थी कि इस परिवर्तन में मदद करने के लिए और छह महीने रूकने पर वो हमें बोनस और हमारे किये गए काम के लिए दोगुना वेतन देने वाले थे। जिस दिन ऑफिस बंद हुआ उन्होंने हमें बोनस और दोगुना वेतन दिया। मैं बहुत ख़ुश था।

इस समय तक, स्कूल और काम के बीच, मैं एक सीक्रेट सॉफ्टवेयर प्रोजेक्ट के लिए कोड लिख रहा था, जिसे मैं व्यवसाय में बदलने की उम्मीद कर रहा था। यह मेरे लिए आगे बढ़ने का मौका था। पिछले छह महीने के दौरान किये गए बहुत सारे काम की वजह से, उस कंपनी में अपने आख़िरी दिन मैं लगभग $20,000 के चेक के साथ बाहर निकला, और मैंने सारे पैसे सॉफ्टवेयर कंपनी, सोम्निओ वर्ल्ड वेब सॉल्यूशंस, पर लगा दिए, जिसे मैंने कुछ महीने पहले किसी के साथ मिलकर शुरू किया था।

मुझे ऐसा लग रहा था कि बैंक खाते में अगाध पैसे मौजूद हैं, लेकिन पैसे तेज़ी से ख़त्म होने लगे। पहले साल में, हमें सर्वर ख़रीदना पड़ा, उन सर्वरों को होस्ट करने के लिए को-लोकेशन फैसिलिटी के लिए पैसे देने पड़े, और हम अपने जीवन-यापन में कम से कम पैसे लगाने की कोशिश करते थे। अपना सुंदर CMS प्लेटफॉर्म शुरू करने के लिए मैंने और मेरे सहयोगियों ने रात-दिन मेहनत की। यह वर्डप्रेस की स्थापना से लगभग चार साल पहले की बात है। हम अपने समय से बहुत आगे थे।

हमारे लॉन्च की शुरुआत के लिए वेब बिल्कुल तैयार था। यह बहुत तेज़ी से बढ़ रहा था, और हर व्यवसाय को वेबसाइट की ज़रुरत थी। मुझे पता था कि कंपनियों के लिए वेबसाइटों के फ़ायदेमंद होने के लिए, उन्हें अपनी वेबसाइट की चीज़ों को अपने से प्रबंधित करने के तरीके की ज़रुरत पड़ेगी। हमारे चारों तरफ़ इसका सबूत मौजूद था। नया उद्यमी होने के नाते, मैंने भी सोचा कि हमारा सुंदर सॉल्यूशन देखने के बाद, लोग हमारी सेवा के लिए साइन अप करने के लिए कूद पड़ेंगे। लेकिन, मैं गलत था! हमारे लॉन्च के लगभग कुछ हफ़्ते पहले, .COM बबल फूट गया और वेब बर्बाद हो गया। इसने वेबसाइट के बाज़ार को इस हद तक बर्बाद कर दिया कि लोगों को लगने लगा कि वेबसाइट बेकार की चीज़ होती है। अब इसपर भरोसा करना मुश्किल लगता है, लेकिन वो उस समय की सच्चाई थी जिसमें हम फंसे हुए थे। हम अपना ज़रुरी सॉल्यूशन शुरू करने से बस कुछ हफ़्ते दूर थे और वो ज़रुरत रातों-रात हवा हो गयी।

लॉन्च वाले दिन, मेरा बैंक खाता वापस से सामान्य हो गया, और सामान्य से मेरा मतलब है कि खाली हो गया। एक बार फिर से मैं दिवालिया हो गया था। मैंने अपने $20,000 के बोनस वेतन का लगभग हर एक पैसा खर्च कर दिया था जिसके लिए मैंने इतनी मेहनत की थी। हालात बहुत खराब थे। मैं एक ऐसे उत्पाद पर एक साल से भी ज़्यादा समय से काम कर रहा था अब जिसके लॉन्च का कोई मतलब नहीं बनता था, और इसका प्रचार करने के लिए हमारे पास कोई पैसे नहीं थे। मुझे बिल्कुल पता नहीं था कि मैं कैसे बच सकता हूँ।

हालात और ज़्यादा तब बिगड़ गए, जब $16,000 का स्टूडेंट लोन देने की तारीख़ भी आ गयी जिसे मैंने इंटरनेट सेवा प्रदाता के यहाँ नौकरी पाने के लिए लिया था। अचानक, मुझे एक और बिल भरना था, और मुझे नहीं पता था कि मैं इसे कैसे भर सकता हूँ। लेकिन मुझे एक बात पता थी कि मैं किसी भी हालत में हार नहीं मानने वाला था।

अपनी डूबती हुई जहाज़ में, मैंने शून्य ब्याज दर वाला लाइफजैकेट पहना, जो कैश एडवांस चेक और $5,000 की सीमा के साथ आया। मैं बहुत ख़ुश था! इससे मुझे और पांच महीने अपना व्यवसाय चलाने के लिए पैसे मिल गए। "क्या कहा? 5 हज़ार डॉलर से आपको पांच महीने मिले?" इसके बारे में मैं बाद में और बताऊंगा। उस समय के दौरान, क्रेडिट पाना आसान था। भले ही, मेरा क्रेडिट इतिहास बहुत कम था, मुझे क्रेडिट कार्ड पाने में कोई परेशानी नहीं हुई। मैंने चैन की सांस ली, और मैंने दिन-रात काम करना जारी रखा।

दिन भर, मैं सबके दरवाज़े पर जाकर, व्यवसाय मालिकों से बातचीत करता था, और उन्हें पर्चे बांटता था। मैंने बिजनेस नेटवर्क इंटरनेशनल में हिस्सा लिया, कई स्थानीय शहरों के वाणिज्य मंडल में शामिल हो गया, और मैंने नेटवर्किंग शुरू कर दी। मुझे यह बिल्कुल पसंद नहीं था। मैं अंतर्मुखी स्वभाव का हूँ, और इतने सालों के बाद भी, मुझे नेटवर्किंग करने में बहुत मुश्किल होती है। लेकिन आप जानते हैं कि मुझे उससे ज़्यादा और क्या नापसंद था? ना बच पाना! नेटवर्किंग मुझे पसंद नहीं थी, लेकिन मुझे यह करनी पड़ी।

मैं और मेरे साथी हमारे पैसों को ज़्यादा चलाने के लिए नयी-नयी तरक़ीबें भी लाते थे। हम ट्रेडशो में मुफ़्त प्रवेश पाने के लिए उन्हें अपने डिज़ाइन देते थे। चूँकि ट्रेडशो बूथ के लिए हमारे पास कोई पैसे नहीं थे, इसलिए एक सप्ताह हमने ऑफिस स्पेस का डेमो देने का काम किया ताकि हम कुछ क्यूबिकल दीवारें रख सकें। हमने उन दीवारों, कुछ प्लाईवुड को लिया, और अपने क्रेडिट कार्ड्स पर हार्डवेयर स्टोर से कुछ सस्ती काली कालीन ली और अपना ख़ुद का ट्रेडशो बूथ बनाया। वो बूथ बहुत भारी-भरकम था। इसे सेटअप करने में 5 घंटे लगते थे। अपना बूथ लगाने के बाद हमें हर बार नहाने जाना पड़ता था, और हम शायद ही कभी ट्रेडशो के लिए समय पर पहुँचे हों। इसमें बहुत मेहनत लगती थी, लेकिन हमने जिस भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया वहां हमारा बूथ सबसे अच्छे बूथों में से एक होता था।

अपने व्यवसाय के लिए रचनात्मक खर्च में कटौती के अलावा, हम घर पर भी बहुत रचनात्मक थे। मेरे एक सहयोगी और मुझे हमारे कुछ परिचित लोगों के माध्यम से तीन-बेडरूम वाले किराए के घर पर बहुत अच्छी डील मिल गयी। हमने इसे किराए पर ले लिया और बोनस कमरे को दोबारा जोड़ दिया ताकि हम दूसरे बचे हुए बेडरूम के साथ इसे किसी और को किराए पर दे सकें। हमने घर के पीछे लगे एक शेड को लिया और इसे दोबारा निर्मित करके, हमारी कंपनी के लिए एक ऑफिस स्पेस में बदल दिया। हमने एक कस्टम मेज और शेल्फ बनाया ताकि हम सभी अपने नए कॉर्पोरेट हेडक्वार्टर में आ सकें। यह बेहतरीन था।

हमने ये सारा काम ख़ुद किया, और इसके लिए हमें लगभग $2,500 देने पड़े, जिसे हमने अपने क्रेडिट कार्ड से चुकाया। यह सब होने के बाद, जिन कमरों को हमने किराए पर दिया था उससे हमारा किराया चुकता हो जाता था, हमारा ऑफिस स्पेस मुफ़्त था, और हमारे पास रहने के लिए एक अच्छी जगह थी। इस रचनात्मक समाधान ने हमारे रहन-सहन के खर्चों को बिल्कुल कम कर दिया और इससे हमें मुख्य रूप से केवल अपने व्यवसाय को बढ़ाने पर पैसे लगाने की अनुमति मिली।

जैसे ही हमने रफ़्तार पकड़नी शुरू की और ग्राहकों को साइन अप किया, हमें वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11 सितम्बर के भयानक हमले की बुरी ख़बर मिली। उस दिन, हर जगह का व्यवसाय ठप्प पड़ गया। उस झटके से बाहर आने के बाद, हमने अपने आपको दोबारा उठाया और आगे बढ़ने की कोशिश जारी रखी। हमारा अगला खाता पाने के लिए हमें छह महीने तक जी-तोड़ मेहनत करनी पड़ी।

उस समय तक, मेरे क्रेडिट कार्ड का क़र्ज़ बहुत ज़्यादा बढ़ गया था, और मैं उसके बोझ तले दबने लगा था। मैंने ज़िन्दगी में कभी भी अपने भुगतानों में देरी नहीं की, और मुझे पता था कि मेरे व्यवसाय के लिए क़र्ज़ कितना ज़रुरी होने वाला है, और मैं कोई गड़बड़ नहीं करना चाहता था। इससे बचने के लिए, मैं अपने क्रेडिट कार्ड के कैश एडवांस से न्यूनतम क्रेडिट कार्ड भुगतान कर देता था। जब मेरे क्रेडिट कार्ड की मुफ़्त ब्याज वाली अवधि ख़त्म हो जाती थी या जब मेरी क्रेडिट कार्ड की सीमा ख़त्म होने वाली होती थी तो मैं दूसरे शून्य ब्याज वाले कार्ड का आवेदन कर देता था और अपना बैलेंस ट्रांसफर कर देता था। हर बार, नयी क्रेडिट कार्ड कंपनी मेरी क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ा देती थी और इससे मुझे अपने रास्ते पर आगे बढ़ने का मौका मिलता था। यह रस्सी पर चलने और रोलरकोस्टर की सवारी दोनों एक साथ करने जैसा था, लेकिन यह मेरे काम आया।

2004 तक, मेरे क्रेडिट कार्ड का क़र्ज़ $34,000 तक पहुँच गया था, लेकिन आख़िरकार अब मेरा व्यवसाय भी रफ़्तार पकड़ रहा था। हम नियमित रूप से ग्राहकों को शामिल कर रहे थे, और हम लगातार अपना वेतन पाने में समर्थ थे। नए साल में जाने के साथ मेरी उम्मीदें आसमान छू रही थीं।

इसके बाद, फरवरी में एक दिन, मैं जिस साथी के साथ रहता था उसने मुझे बताया कि वो अपनी डिग्री पूरी करने के लिए स्कूल वापस जाना चाहता है और केवल पार्ट-टाइम काम कर पायेगा। यह कंपनी शुरू करने के लिए हम दोनों ने कॉलेज छोड़ दिया था, और अब वो वापस जाकर अपनी पढ़ाई ख़त्म करना चाहता था। वो अभी भी व्यवसाय के लिए प्रतिबद्ध था और इसे आगे बढ़ाने के लिए सभी ज़रुरी चीज़ें करने वाला था। उसने ज़रुरत पड़ने पर कभी भी स्कूल छोड़ने का भी ऑफर दिया। मैं इससे थोड़ा हैरान था, लेकिन इससे मुझे कोई चिंता नहीं हुई क्योंकि मैं जानता था कि वो मुझे कभी भी बुरी हालत में नहीं छोड़ेगा।

उसके थोड़े समय बाद, जब हमने अपने दूसरे साथी को इस परिस्थिति के बारे में बताना शुरू किया तो उसने कहा कि वो व्यवसाय से बाहर निकलना चाहता है। मेरी आँखों के सामने अँधेरा छा गया, और मेरे दिल की धड़कन बढ़ गयी। मैं अपने उन सभी ग्राहकों के बारे में सोचने लगा जिनसे मैंने निजी तौर पर वादे किये थे, और मेरे ऊपर अभी भी $34,000 का क्रेडिट कार्ड का क़र्ज़ और $12,000 का स्टूडेंट लोन था। इस सहयोगी की एक साल पहले ही शादी हुई थी, और उसकी पत्नी को बच्चा होने वाला था। उसने बताया कि जो भी थोड़ा वेतन हम अपने आपको देते थे उसकी वजह से उसकी परिस्थिति खराब हो रही थी। मैं उसकी बात समझ गया और मैंने अपना वेतन काटकर उसका वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव दिया, लेकिन इससे कोई मदद नहीं मिली। वो थक चुका था और अब उसे व्यवसाय में रहने में कोई दिलचस्पी नहीं थी।

उस समय, मैं परेशान हो गया। मैंने उसे बताया कि मैंने हमारे ग्राहकों से वादा किया है और हम अपना व्यवसाय बस ऐसे ही बंद करके उन्हें पीठ दिखाकर नहीं भाग सकते। मुझे पता था कि वो कंपनी मैं अकेले नहीं चला सकता था और इतनी जल्दी लोगों को काम पर रखना मुश्किल होता। मैं घबरा गया था।

हम सब शांति से बैठे हुए थे तभी मैंने कहा, "अगर हम अपनी कंपनी बेच दें तो कैसा रहेगा?" मैं अपने साथियों के चेहरे पर शक के निशान आसानी से देख सकता था। मैंने अचानक अपना फोन उठाया और अंधाधुंध उन कंपनियों को कॉल करना शुरू कर दिया जिन्हें अत्याधुनिक CMS को जोड़कर अपना होस्टिंग बिज़नेस आगे बढ़ाने में दिलचस्पी हो सकती थी। और जिस कंपनी को मैंने सबसे पहला कॉल किया था, 30 दिन बाद उसी ने हमारी कंपनी ख़रीद ली।

इतने सालों तक कैश एडवांस का खेल खेलने और क्रेडिट कार्ड का भारी-भरकम बोझ ढोने के बाद, हमारी कंपनी ऐसे ही चली गयी। मैंने ग्राहकों से किया गया अपना वादा निभाया, मैंने अपना क़र्ज़ चुकाया, और मेरे पास अपनी अगली कंपनी शुरू करने के लिए बैंक में थोड़े पैसे बचे थे। मैं अपनी ज़िन्दगी का एक नया अध्याय शुरू करने के लिए बहुत उत्साहित और ख़ुश था।

अब सबसे ज़रुरी सवाल यह है कि, "क्या मैं वो सबकुछ दोबारा दोहराऊंगा?" यह मुश्किल सवाल है। 2004 में अपना क़र्ज़ चुकाने के बाद, मैंने अपने आपसे वादा किया था कि मैं वापस कभी क़र्ज़ नहीं लूंगा, और मैंने अपना वो वादा निभाया। उसके बाद से मैंने जो कुछ भी किया उसमें अपने ख़ुद के पैसे लगाए हैं। लेकिन वो जोखिम लेने से मुझे अपनी शुरुआत मिली थी। तो, क्या मैं यह दोबारा करूँगा? जी हाँ, मैं करूँगा। सौ बार करूँगा। क्या मैं दूसरों को ऐसा करने की सलाह दूंगा? बिल्कुल नहीं!

आपका दिन मंगलमय हो!